पीयुष गोयल ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से भारत में उभरते अवसरों का अन्वेषण करने की अपील की
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सऊदी अरब में फलदायी यात्रा को समाप्त की है, जो भारत-सऊदी अरेर्ब आर्थिक संबंधों में नया अध्याय चिन्हित करती है। अक्टूबर 29-30, 2024 के दौरान उनकी यात्रा में, गोयल ने फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव (एफआईआई) के 8वें संस्करण में शामिल हुए, जहां उन्होंने वैश्विक नेताओं और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ चर्चाओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनकी यात्रा ने अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों को बढ़ावा देने, आर्थिक कूटनीति को बढ़ावा देने और भारत-सऊदी संबंधों को आगे बढ़ाने पर भारत की प्रतिबद्धता पर बल दिया।

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भारत-सऊदी स्ट्राटेजिक साझेदारी परिषद
गोयल ने भारत-सऊदी स्ट्राटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल (एसपीसी) के तहत अर्थव्यवस्था और निवेश समिति की द्वितीय मंत्री स्तरीय बैठक की संयुक्त संयोजन की, सऊदी अरब के राजा के लिए ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलाजिज बिन सलमान अल-सऊद के साथ।

गोयल ने इस मंच पर भारतिय वित्तीय अभ्यासों को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने के लिए ICAI के प्रयासों पर चर्चा केंद्रित की, और पेशेवरों की उपयोगिता बढ़ाने के लिए योग्यता के महत्व को बल दिया।

यह यात्रा भारत-सऊदी अरेब की साझेदारी में एक महत्वपूर्ण पगडंडी है, दोनों देशों की अपनी आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को गहराने के प्रति प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करती है। गोयल की भावी निवेश पहल और उनकी उत्पादक मंत्री स्तरीय बैठकों में सहभागिता ने आज की पारस्परिक दुनिया में आर्थिक कूटनीति के महत्व को बल दिया। इस यात्रा के दौरान पहुंचे गए कार्यान्वयन योग्य समझौतों की उम्मीद की जाती है कि वे निवेश, नवाचार और व्यापार को बढ़ावा देंगे।

भारत निरंतर एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है, उसका साझेदारी सऊदी अरब के साथ व्यापारी सहयोग की दाब मानते हुए दिया जाएगा। गोयल की यात्रा के परिणामों ने विषयों के क्षेत्र में बड़ी गहराई, प्रणाली और सांस्कृतिक अदला बदली के क्षेत्र में भारत और सऊदी अरब के बीच एक नया युग के प्रतीक हैं।