तीन दिवसीय कार्यक्रम पांच विषयगत स्तंभों पर 100 से अधिक बातचीत और विचार-विमर्श का गवाह बनेगा

रायसीना डायलॉग, भू-राजनीति और भू-रणनीति पर भारत का प्रमुख सम्मेलन, 2-4 मार्च से अपने 8वें संस्करण को देखने के लिए तैयार है। इस मीट का उद्घाटन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी शामिल होंगी।

विदेश मंत्रालय (MEA) ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इसमें 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।

रायसीना डायलॉग 2023 विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह भारत के G20 प्रेसीडेंसी के साथ मेल खाता है। तीन दिवसीय कार्यक्रम में दुनिया भर के 250 से अधिक निर्णयकर्ता और विचारक शामिल होंगे, जिनमें मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और सरकार के प्रमुख, सैन्य कमांडर, उद्योग के कप्तान, प्रौद्योगिकी नेता, शिक्षाविद, पत्रकार, सामरिक अफेयर्स पर विद्वान,अग्रणी थिंक टैंक के विशेषज्ञ और युवाशामिल होंगे।

रायसीना डायलॉग के 2023 संस्करण का विषय "प्रोवोकेशन, अनसर्टेन्टी, टर्बुलेंस: लाइटहाउस इन द टेम्पेस्ट?" है।

तीन दिनों के दौरान, प्रतिभागी विभिन्न स्वरूपों की 100 बातचीत में एक-दूसरे से जुड़ेंगे, और पांच विषयगत स्तंभों पर विचार-विमर्श करेंगे, जो हैं:

नव विद्रोह (Neo Insurgence): भौगोलिक, डोमेन, महत्वाकांक्षा

अनैतिक मोज़ेक (Amoral Mosaic): प्रतियोगिता, सहयोग या रद्द करें

अराजक कोड (Chaotic Codes): संप्रभुता, सुरक्षा, समाज

हानिकारक पासपोर्ट (Pernicious Passports): जलवायु, कॉमन्स, नागरिक

ग्रे राइनोज (Grey Rhinos): लोकतंत्र, निर्भरता और ऋण जाल।

2500 से अधिक प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से संवाद में भाग लेंगे, जबकि लाखों लोगों द्वारा विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर कार्यवाही का अनुसरण करने की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय मामलों पर अग्रणी वैश्विक सम्मेलनों में से एक के रूप में खुद को स्थापित करने के लिए रायसीना डायलॉग ने पिछले आठ वर्षों में कद और प्रोफ़ाइल में लगातार वृद्धि की है।

विदेश मंत्रालय की एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, रायसीना डायलॉग 2023 आज दुनिया को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर सार्थक चर्चा और विचारों के आदान-प्रदान का एक मंच बनने का वादा करता है।